Monday, 25 September 2017

कछुए और खरगोश वाली कहानी का एक नया वर्जन जो काफी interesting है और शायद बहुत कम लोगों ने सुनी होगी...
इसलिए पूरी कहानी अवश्य पढ़ें ।

आपने कछुए और खरगोश की पुरानी  कहानी ज़रूर सुनी होगी, शुरुआत उसी से करते हैं......

एक बार खरगोश को अपनी तेज चाल पर घमंड हो गया  और वो जो मिलता उसे रेस लगाने के लिए challenge करता रहता।

कछुए ने उसकी चुनौती स्वीकार कर ली।

रेस हुई। खरगोश तेजी से भागा और काफी आगे जाने पर पीछे मुड़ कर देखा, कछुआ कहीं आता नज़र नहीं आया, उसने मन ही मन सोचा कछुए को तो यहाँ तक आने में बहुत समय लगेगा, चलो थोड़ी देर आराम कर लेते हैं, और वह एक पेड़ के नीचे लेट गया। लेटे-लेटे  कब उसकी आँख लग गयी पता ही नहीं चला।

उधर कछुआ धीरे-धीरे मगर लगातार चलता रहा। बहुत देर बाद जब खरगोश की आँख खुली तो कछुआ फिनिशिंग लाइन तक पहुँचने वाला था। खरगोश तेजी से भागा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और कछुआ रेस जीत गया।

Moral of the story: Slow and steady wins the race. धीमा और लगातार चलने वाला रेस जीतता है।

ये कहानी तो हम सब जानते हैं, अब आगे की कहानी देखते हैं:

रेस हारने के बाद खरगोश निराश हो जाता है, वो अपनी हार पर चिंतन करता है और उसे समझ आता है कि वो over-confident होने के कारण ये रेस हार गया…उसे अपनी मंजिल तक पहुँच कर ही रुकना चाहिए था।

अगले दिन वो फिर से कछुए को दौड़ की चुनौती देता है। कछुआ पहली रेस जीत कर आत्मविश्वाश से भरा होता है और तुरंत मान जाता है।

रेस होती है, इस बार खरगोश बिना रुके अंत तक दौड़ता जाता है, और कछुए को एक बहुत बड़े अंतर से हराता है।

Moral of the story: Fast and consistent will always beat the slow and steady. / तेज और लगातार चलने वाला धीमे और लगातार चलने वाले से हमेशा जीत जाता है।

यानि slow and steady होना अच्छा है लेकिन fast and consistent   होना और भी अच्छा है।

For example, अगर किसी ऑफिस में इन दो टाइप्स के लोग हैं तो वे ज्यादा तेजी से आगे बढ़ते हैं जो fast भी हैं और अपने फील्ड में consistent भी हैं।

कहानी अभी बाकी है जी…. 

इस बार कछुआ कुछ सोच-विचार करता है और उसे ये बात समझ आती है कि जिस तरह से अभी रेस हो रही है वो कभी-भी इसे जीत नहीं सकता।

वो एक बार फिर खरगोश को एक नयी रेस के लिए चैलेंज करता है, पर इस बार वो रेस का रूट अपने मुताबिक रखने को कहता है। खरगोश तैयार हो जाता है।

रेस शुरू होती है। खरगोश तेजी से तय स्थान की और भागता है, पर उस रास्ते में एक तेज धार नदी बह रही होती है, बेचारे खरगोश को वहीँ रुकना पड़ता है। कछुआ धीरे-धीरे चलता हुआ वहां पहुँचता है, आराम से नदी पार करता है और लक्ष्य तक पहुँच कर रेस जीत जाता है।

Moral of the story: Know your core competencies and work accordingly to succeed. / पहले अपनी strengths को जानो और उसके मुताबिक काम करो जीत ज़रुर मिलेगी.

For Ex: अगर आप एक अच्छे वक्ता हैं तो आपको आगे बढ़कर ऐसे अवसरों को लेना चाहिए जहाँ public speaking का मौका मिले। ऐसा करके आप अपनी organization में तेजी से ग्रो कर सकते हैं।

कहानी अभी भी बाकी है जी ….. 

इतनी रेस करने के बाद अब कछुआ और खरगोश अच्छे  दोस्त बन गए थे और एक दुसरे की ताकत और कमजोरी समझने लगे थे। दोनों ने मिलकर विचार किया कि अगर हम एक दुसरे का साथ दें तो कोई भी रेस आसानी से जीत सकते हैं।

इसलिए दोनों ने आखिरी रेस एक बार फिर से मिलकर दौड़ने का फैसला किया, पर इस बार as a competitor नहीं बल्कि as a team काम करने का निश्चय लिया।

दोनों स्टार्टिंग लाइन पे खड़े हो गए….get set go…. और तुरंत ही खरगोश ने कछुए को ऊपर उठा लिया और तेजी से दौड़ने लगा। दोनों जल्द ही नहीं के किनारे पहुँच गए। अब कछुए की बारी थी, कछुए ने खरगोश को अपनी पीठ बैठाया और दोनों आराम से नदी पार कर गए। अब एक बार फिर खरगोश कछुए को उठा फिनिशिंग लाइन की ओर दौड़ पड़ा और दोनों ने साथ मिलकर रिकॉर्ड टाइम में रेस पूरी कर ली। दोनों बहुत ही खुश और संतुष्ट थे, आज से पहले कोई रेस जीत कर उन्हें इतनी ख़ुशी नहीं मिली थी।

Moral of the story: Team Work is always better than individual performance. / टीम वर्क हमेशा व्यक्तिगत प्रदर्शन से बेहतर होता है।

Individually चाहे आप जितने बड़े performer हों लेकिन अकेले दम पर हर मैच नहीं जीता सकते।

अगर लगातार जीतना है तो आपको टीम में काम करना सीखना होगा, आपको अपनी काबिलियत के आलावा दूसरों की ताकत को भी समझना होगा। और जब जैसी situation हो, उसके हिसाब से टीम की strengths को use करना होगा।

यहाँ एक बात और ध्यान देने वाली है। खरगोश और कछुआ दोनों ही अपनी हार के बाद निराश हो कर बैठ नहीं गए, बल्कि उन्होंने स्थिति को समझने की कोशिश की और अपने आप को नयी चुनौती के लिए तैयार किया। जहाँ खरगोश ने अपनी हार के बाद और अधिक मेहनत की वहीँ कछुए ने अपनी हार को जीत में बदलने के लिए अपनी strategy में बदलाव किया।

जब कभी आप फेल हों तो या तो अधिक मेहनत करें या अपनी रणनीति में बदलाव लाएं या दोनों ही करें, पर कभी भी हार को आखिरी मान कर निराश न हों…बड़ी से बड़ी हार के बाद भी जीत हासिल की जा सकती है!

Sunday, 24 September 2017

🦅🦅🦅🦅🦅
*Welcome to*
*Smart india wallet*
100%  Condition Free Business

*लोग बिजनेस में असफल होते हैं  क्योंकि:-*

1) *विश्वास नहीं होता - अपने आप पर और कंपनी पर*

2) *सबकी Negative बातें सुनते हैं और उनकी बातों में जल्दी आ जातें हैं* |

3) *शर्म आती हैं कैसे बताएं Company  के बारे में*

4) *कोई बोल देगा अगर सफल नहीं हुये तो लोग क्या कहेंगे* !

5) *लगातार काम नहीं करते*
*बिना कुछ किए पैसा कमाने की सोचते हैं*
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*मैं आप लोगों से सवाल पूछता हूँ*?
*नौकरी करने वाला,*
*दूध बेचने वाला,*
*अख़बार वाला,*
*Student,*
*Artist,*
*डॉक्टर...*

*ये सब अगर सप्ताह में 1 बार या महीने में 1 बार अपना काम करेंगे तो क्या चलेगा?*
👉 *जवाब अगर नहीं है तो आपका कैसे चलेगा*👈

6) *दो लोगों की बात सुनकर काम बंद कर देते हैं, और लड़ने लग जाते हैं जैसे करोड़ो डूब गए हो?*

*ये नहीं देखते..*
*फर्नीचर के शोरूम* *वाला...रेस्टोरेन्ट वाला...कपड़े के शोरूम वाला...ब्यूटी पार्लर वाला..*
लाखों रुपए लगाता है*
*फिर भी बिज़नेस पहले दिन से शुरू नहीं होता*

*वो कम से कम 2 से 3 साल अपने बिज़नेस को देते हैं बाद में वो किसी फैसले पे आते हैं*
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*वकील, डॉक्टर, कलाकार.*
*5 से 6 साल पढ़ाई करते हैं..तब जाके सफल होते हैं..*
👉👉👉 *POSITIVE रहो* 👈👈

*पूरे जोश के साथ काम करो धीरज रखो*

*सबसे महत्वपूर्ण, आप अपने आप में देखो, अपनी गलतियाँ ढूंढो, अपने आप में सुधार लाओ, सफलता आपके कदम चूमेंगी।।*
*Take continue action with confidence, have patience and get 100% success in your  Business.               Regards,*
www.smartindiawallet.co.in
🦅🦅🦅🦅🦅

Saturday, 23 September 2017

*Hello Leaders*!
जीवन का एक निर्णय हमें धरती से आसमान पर पहुँचा सकता है, क्योंकि खोने के लिए तो हमारे पास कुछ नहीं है।
क्या हुआ अगर हम अरबपति-खरबपति नहीं बन पाएंगे, हमारे पास *मन की शांति* तो होगी, हमारे पास उन हजारों-लाखों लोगों की दुआएं तो होगी, जिनके जीवन में हमारे कारण खुशियों के रंग बिखरे होंगे,
*"और यही वास्तविक सफलता है"*
आज हमारे पास मौका है, इस सफलता को प्राप्त करने का।
बस एक बार आपको इस सफलता का स्वाद चखना है, उसके बाद *संसार के सभी सुख एक तरफ और सफलता का सुख एक तरफ*

सफल होने के लिए नेटवर्क मार्केटिंग से बेहतर दूसरा कोई विकल्प नहीं।

मित्रो *Smart India 🦅Team* आपकी सफलता की पूरी गारंटी देती है।

नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता पाने के कुछ मन्त्र हैं,

1- सही कम्पनी
2-सही कांसेप्ट,
3-सही सर्विस,
4-ईमानदार मैनेजमेंट
5-सही लीडरशिप
6-सही एजुकेशन सिस्टम
7-लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का सपोर्ट
8- सही प्रोडक्ट
9-मार्केट डिमांड (Need)
10- अपलाइन का वास्तविक सपोर्ट

इसके अतिरिक्त कुछ भी नहीं।

मित्रो अगर आप वास्तविकता में एक सफल इंसान बनना चाहते हैं तो आज ही ज्वाइन करे *Smart India 🦅Team* और पाये निश्चित सफलता।
www.smartindiawallet.co.in
Regards!
*Anand Dhakad* *(Business Educative)*
*what's app - +919537559537*

Tuesday, 19 September 2017

*नेटवर्क मार्केटिंग को लेकर आज का सवाल ?*

*ध्यान से पढिये अगर आप एक कामयाव आदमी बनना चाहते हैं तो !*

कल मुझे एक मित्र ने  एक सवाल किया

*उनका सवाल था...*

मैंने एक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी मे एक महिनें काम किया लेकिन मुझे सफलता नही मिली

*(जवाब- )*

नेटवर्क मार्केटिंग मे अगर आपको सफलता चाहिए तो एक-दो महिनें से कुछ नहीं होने वाला आपको कम से कम सात महिने काम करना होगें।

*क्योंकि*
अगर आपको 10 हजार से 15 हजार महिने कमाना है तो आज के दौर मे आपको कम से कम 12वीं  पास होना आवश्यक है। जिसमें 12 साल लगतें हैं ओर बहुत सारा पैसा भी |

यानि 10-15 हजार कमाने के लिए भी अपने जीवन के 12 वर्ष हमे सिखना पडता है।

इंजीनियरिंग करने के लिए भी 12 वीं के बाद 4 साल और सिखना होता है।

उसके बाद भी आपकी तनख्वाह आपकी काबिलियत पर तय की जाती है।
यानि  20-25000 की नौकरी के लिए भी हमें 16 साल सिखना पडता है।

अगर एक साल फेल हो भी गए तब भी हम दुसरे साल प्रयत्न करते हैं।

*कई लोग नेटवर्क मार्केटिंग मे असफल इसलिए हो जाते हैं क्योंकि वो सिखना नहीं चाहते।*

आपको अपने जीवन के सात महिने नेटवर्क मार्केटिंग मे सिखना होगा।

अगर आपने नेटवर्क मार्केटिंग मे सिखते हुये सात महिने काम कर लीया तो आपको सफल होने से इस दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।

नेटवर्क मार्केटिंग में सात महिने तो आपको सफलता के लिए देने होंगे।

बाकि थोड़ा बहुत आपकी काबिलियत पर निर्भर है।

नेटवर्क मार्केटिंग मे सिखते सिखते सात महिने मे आप एक अच्छे ओर सफल इंसान जरूर बन जाएंगे।

🕵👉अगर अमीर बनना है तो अपनी सोच को बदलना होगा नही तो आने वाले समय मे महिने के पचास हजार रूपये कमाने वालो को भी और कमाने कि जरूरत महसूस होगी ||

😳👉🕵   नेटवर्क मार्केटिंग में लोग 5 साल में अपना दिमाग ना चलाकर करोड़पती बन जाते हैं । और कुछ समझदार लोग अपना दिमाग चलाकर पूरी ज़िन्दगी एक नौकरी में बिताने के बाद भी अपनी समझदारी नहीं छोड़ते ।

*👉इसलिये आप सबसे निवेदन है कि अपनी समझदारी को एक साइड में रखकर जरा GOVERNMENT की और World के बडे़े बड़े BUSINESSMEN की बातों को सुनो वो क्या कह रहे हैं NETWORK MARKETING  के बारे में -*

*😳👉DR A.P.J. ABDUL KALAM -*
NETWORK MARKETING is the Fastest Growing BUSINESS of 21st Century  which must be joined by Every Young Man And Woman Globally Otherwise you can Never get the Best of your Youth Age.

*👉😳RAM VILAS PASWAN -*
NETWORK MARKETING is the future BUSINESS in India. This is the 21st Century BUSINESS and this Business will Give the Revenue of 9000 Crore to Indian Government Till 2025.

*👉😳FICCI & KPMG -*
The NETWORK MARKETING Industry in India Estimated to be INR Billion (2012-13), and forms only around 0.4 % of total Retail sales . This industry Has the Potential to Reach size of INR 645 Billion by 2025.

*👉😳BILL GATES* ( MICROSOFT CEO ) -
If I Would Be a chance to Start All over again, I would choose NETWORK MARKETING .

*👉😳DONALD TRUMP -*
NETWORK MARKETING has proven itself to be a viable . There have been some Remarkable Examples of SUCCESS .

*👉😳LES BROWN -*
NETWORK MARKETING has Produced More Millionaires than any other Industry in the HISTORY OF WORLD.

*👉😳BILL CLINTON* (AMERICAN PRESIDENT) -
You Strengthen our Country and Our Economy not just by striving for your own SUCCESS but by Offering the Opportunity (NETWORK MARKETING) to Others .

*👉😳ROBERT KIYOSAKI -*
NETWORK MARKETING Gives people the Opportunity with very Low Risk and very Low Finantional Commitment to Build their Own Income Generating ASSET and Acquire GREAT WEALTH.

💂🕵😎बड़े़ बड़े बिज़नेसमैन और GOVERNMENT के इतने बड़े स्टेटमेंट देने के बाद भी 1949 की सोच वाले कुछ हद से ज़्यादा समझदार और ज्ञानी लोग NETWORK MARKETING को चेन सिस्टम, मेम्बर बनाने वाला काम, और कोई स्कीम समझ लेते है । उनसे यही प्राथना है कि 1949 वाली सोच को बदलकर 21st Century में आजाओ वरना वही हाल होगा जो HMT WATCH  और NOKIA MOBILE और AMBASSADOR CAR का हुआ . Nokia ने ANDROID Technology को Accept नहीं किया और मार्किट से खत्म हो गया . और जब तक सोचा तब तक बहुत देर हो चुकी थी ।

😳😇☺दोस्तो NETWORKING दुबई के , अमेरिका के , चीन , मलेशिया,  आस्टृेलिया , जापान, कोरिया, थाईलैंड, सिंगापुर, वियतनाम और पूरी दुनिया में कई जगह इसकी DEGREE पिछले 40 से 50 सालों से पढ़ाई जा रही है । हमारे भारत मे कर्नाटक मे साउथ INDIA मे पिछले 4 साल से NETWORK MARKETING की DEGREE कराई जा रही है, पिछले एक साल से हमारी दिल्ली में DELHI UNIVERSITY में BUSINESS MBA मे NETWORK MARKETING का पूरा SEMESTER आ गया है,

😳और अभी भी कुछ नादान , नासमझ,और इन सबसे अनजान लोग जो खुद को बहुत ज़्यादा समझदार समझते हैं हालांकि ये वहम है उनका, वे लोग इस बिज़नेस को Chain System, Member, Scheme और बेकार का काम और बेवकूफ बनाने वाला काम समझते हैं कारण सिर्फ एक ही है, वे लोग अभी तक 1949 वाली सोच मे जी रहे है . उनकी आँखें तब खुलेंगी जब उनके खुद के बच्चे 2020 के बाद College से NETWORKING की Degree लेकर निकलेंगे, जैसे
🖲B.NET - BACHLOR OF NETWORKING
M.NET- MASTER OF NETWORKING
MBA.NET- MBA IN NETWORKING

🎖हमारा भारत अमेरिका से 50 साल पीछे है , अमेरिका मे 40% से 50% लोग NETWORK MARKETING बिजनेस में हैं और हमारे भारत मे सिर्फ 0.07% ही लोग इस बिज़नेस मे हैं, कारण सिर्फ एक ही है, 1949 की सोच, जो वक्त के साथ खुद मे बदलाव करना नहीं जानते , और ना बदलाव करना चाहते हैं ।

🎖लेकिन जिन लोगों को इस बदलाव को समझकर OPEN MINDED होकर FREE of Cost NETWORKING सीखनी है और अपनी ज़िन्दगी में उम्मीद से भी कहीं ज़्यादा पैसा कमाना है या कमाना चाहते हैं तो उनके साथ हाथों से हाथ और कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलने के लिये हम लोग खड़ें हैं । बस Decide आपको करना है कि आपको पैसा कितना चाहिये और क्यों चाहिये, बाकि सब हम पर छोड़ दो !
बदलते वक्त के साथ जो खुद को बदल लेता है SUCCESS , उसके कदमों में होत
🎖Change your passion

💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐change you r styles


 ✌ *_Anand Dhakad_*✌

Friday, 1 September 2017


कौन किसका खर्चा उठायेगा ?

यह नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ा सबसे गंभीर प्रश्न है।। 
जहाँ तक मेरा मानना है कि हर आदमी अपना अपना ख़र्चा उठा ले तो बात बन जाती है।। 
मोबाइल और इंटरनेट का खर्चा 
जाने आने का खर्चा 
खाने का खर्चा 
रुकने का खर्चा 
वैसे अगर आप ये खर्चा कर भी रहे हैं तो इसमें रोने की क्या बात है  ?
जिंदगी भी तो आपकी ही बनेगी।। 
पैसा कमाने के लिये लोग पढ़ाई करते हैं जैसे एक डॉक्टर बनने के लिए लाखों रुपया भी खर्च होता है और दिन रात की पढ़ाई भी।। 
लोग अपने व्यापार में भी तो लाखों करोड़ों लगाते है एक दुकान, शोरूम या फैक्ट्री खोलने में।। 
वहां भी तो हर आदमी अपना ख़र्चा खुद ही उठाता है चाहे अपनी पूंजी लगाये या बैंक से लोन ले , हर आदमी कहीं न कहीं से पैसे का जुगाड़ करता ही है और अपना रोजगार शुरू करता है।। 
फिर नेटवर्क मार्केटिंग FREE में क्यों ?? 
आपने डाउनलाइन से मांगा तो डाउनलाइन खत्म और अपलाइन से मांगा तो अपलाइन आपसे मुँह मोड़ लेगा।। 
क्योंकि सबके अपने खर्चे हैं।।
ऐसे में आप सोचेंगे कि कंपनी खर्चा पानी दे तो पहली बात की कंपनी ने तो पहले ही आपकी सारी सरदर्दी खत्म कर दी है।। 
जैसे कि आपके लिए ऑफिस बना दिया है, आपके लिए कर्मचारी बिठाए हुए हैं, आपको उत्पाद बनाकर दे दिये है , सारा एकाउंट कंपनी देखती है, ट्रेनिंग सेमिनार कंपनी करती है मतलब एक व्यापार से जुड़े सारे सरदर्दी वाले काम तो कंपनी के पास हैं।। 
आपको तो बस तैयार हो चुके बिज़नेस प्लान और उत्पादों की जानकारी लोगों को देनी है और इसी बात का तो 50 से 70 प्रतिशत भुगतान कंपनी आपको करती है।। 
साथ ही कंपनी की नज़रों में सब समान होते हैं ऐसे में किसी एक को खर्चा पानी दे और दूसरे को ना दे तो इसका मतलब कंपनी पक्षपात करती है।। 
कोई समझदार कंपनी अपने ऊपर पक्षपात करने का ठप्पा नही लगवायेगी।। 
अच्छा होगा आप अपनी रणनीति को ध्यानपूर्वक तैयार करें वरना दौड़ोगे तो जरूर लेकिन कहीं भी न पहुंच पाओगे।। 
हर व्यक्ति इस व्यापार में अपने फायदे के लिए काम शुरू करता है ऐसे में एहसान न तो किसी पर किया जाता है और न ही कोई मानता है।। 
जो भी सुविधाएं अपलाइन या कंपनी की तरफ से मिल जाएं वह तो आपके लिये बोनस है।। 
बाकि हज़ारों लोगों में अपना नाम चमकाना हो तो अपनी जिम्मेदारी स्वयं उठाएं।।
आज थोड़ा सा प्रयास किया है एक बेहद नाजुक बात को समझाने में ! 

*_Anand Dhakad_* 

धन्यवाद।।